हैलो फ्रेंड जैसा की मैं आपको ब्लॉगिंग के बारे में और मेक मनी से जुड़ी जानकारी देता रहता हूँ आज मैं आपको SEO Types Information in Hindi उसके बारे में बताने वाला हूँ मैं आपको एसईओ के टाइप्स और उनकी जानकारी आर्टिकल में देने वाला SEO Types Information in Hindi के बारे में तो मैं आपको बताऊँगा ही साथ ही इसका यूज़ करके आप अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक कैसे बढ़ा सकते हैं इससे बारे में भी मैं आपको बताऊँगा चलिए स्टार्ट करते हैं।
Seo ke type or unki jankari in Hindi
सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन में आपके बहुत सारी टेक्निक्स देखने को मिलती है जिससे आप अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ा सकते हैं और उसे रैंक करवा सकते हैं सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन में नीचे दिए गए सभी एसईओ टाइप्स शामिल होते हैं।
Keyword Research: कभी भी आप अपने आर्टिकल को लिखते हैं तो उससे पहले आपके जो रिसर्च करना है होता हैं वो कीवर्ड रिसर्च होता है आपको ऐसे कीवर्ड पर आर्टिकल लिखना है जो यूज़र सर्च कर रहे हो जिससे आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आ सकता है तभी भी आपको ऐसे कीवर्ड पर नहीं लिखना है जिनकी ओर पर पहले से ही बहुत सारा आर्टिकल पड़ा हुआ है आपको अपने माइंड से कीवर्ड सर्च करना है और उसका सर्च वैल्यू चेक करना है उसके बाद उस कीवर्ड पर आपको आर्टिकल लिखकर पब्लिश करना है।
जब तक आप सही से कीवर्ड रिसर्च नहीं करेगी तब तक आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक नहीं आएगा इसलिए सबसे पहले एक कीवर्ड रिसर्च करें।
On-Page Optimization: ऑन पेज ऑप्टिमाइज़ेशन मैं आपको अपने सभी पे जो ऑप्टिमाइज़ करना होता है जैसे इमेज की ऑल टेक को, मेटा डिस्क्रिप्शन को, और आपके आर्टिकल को जब तक आप का कंटेंट सही से ऑप्टिमाइज़ नहीं होगा तब तक वे गूगल पर रैंक भी नहीं करेगा अगर आप अपने कंटेंट को सही से ऑप्टिमा इन करते हैं तो ज्यादा चांस होते हैं कि आपकी वेबसाइट रैंक करने और उस पर ट्रैफिक भी आएगा।
Off-Page Optimization: ऑफ पेज ऑप्टिमाइज़ेशन मैं आपको आपकी वेबसाइट के लिए बैकलिंक तैयार करने है जिससे आपकी वेबसाइट की अथॉरिटी बनाते हैं और आपकी अथॉरिटी बनती है तो आपकी रैंकिंग भी अच्छी होती है जिससे आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आता है।
और आप अपने कॉन्टेंट को सोशल मीडिया पर प्रोमोट करना है आप को बताना होगा कि फेसबुक इंस्टाग्राम ट्विटर इनका डी ए पी ए और अथॉरिटी कितनी होती है तो आप पे सोच सकते हो की आपकी वेबसाइट की अथॉरिटी कैसी हो सकती है फिर।
Technical SEO: टेक्निकल एसईओ में आपको ये ध्यान में रखना होता है आपकी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड, मोबाइल फ्रेंडली वेब साइट होना गूगल आपके वेब साइट को बिना किसी दिक्कत ने क्रॉल कर पाए तो इससे आपकी वेबसाइट गूगल की नजर में अच्छी वेबसाइट मानी जाती है जिससे आपको बहुत सारे फायदे होते हैं अगर आपकी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड वगैरह अच्छी होती है तो गूगल उस से प्रेफर करता है और टॉप में लाने की कोशिश जरूर करता है।
Local SEO: लोकल एससीओ का मतलब जो आप लोकल बिज़नेस के लिए यूज़ करना चाहते हो जैसे गूगल माइ बिज़नेस इन सब की मदद से भी आप लोकल एसईओ कर सकते हैं और इस तरीके से भी आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आता है लोकल एसईओ भी करना जरूरी है।
Analyze and track: आपको अपनी वेबसाइट का परफॉरमेंस और एनालिसिस करना बहुत ही जरूरी है आप गूगल एनालिटिक्स , और गूगल सर्च कंसोल के जरिये आपके वेब साइट को ऐनालाइज कर सकते हैं और ये पता कर सकते हैं की किस कीवर्ड पर आपका इंप्रेशन ज्यादा मिल रहे हैं किस पेज पर आपका ट्रैफिक डाउन हैं ये सब कुछ आप एनालाइज कर सकते हैं और उसमें सुधार करके आप अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ा सकते।
निष्कर्ष :
Friends मैंने आपको इस post में बताया SEO Types Information Hindi एसईओ टाइप्स इन्फॉर्मेशन हिंदी मुझे उम्मीद है दोस्तों आपको एससीओ के टाइप्स इसके बारे में पता लगा होगा और आपको यह भी पता चला होगा कि जिन एसईओ की वजह से आप अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ा सकते हैं अगर आपको ये इन्फॉर्मेशन पसंद आई हो तो आप इसे शेयर कर जो नए लोग हैं ब्लॉगिंग में उन्हें भी एसईओ के टाइप्स पता होने चाहिये जिससे उनको आगे चलकर कोई प्रॉब्लम नहीं हो सके।
अगर आपको इस आर्टिकल से इन्फॉर्मेशन मिली हो और अगर आप चाहते हैं कि मैं ऐसे ही आर्टिकल लाभ के लिए लाता हूँ तो आप इस आर्टिकल को शेयर करना और कमेंट जरूर करें जिससे मैं आपके दिल की बात जान पाऊंगा और फिर मैं आपके लिए अच्छे और नए आर्टिकल लाऊंगा धन्यवाद दोस्तों।